नमस्ते 🙂 भारतीय रेलवे ने हाल ही में अपने यात्रियों के लिए दो बड़ी घोषणाएँ की हैं। अगर आप बार-बार ट्रैवल करते रहते हैं, तो आगे बढ़ने से पहले ये सभी अपडेट्स पढ़ें।
हाइलाइट्स –
> दिसंबर 2023 तक भारत की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन शुरू हो जायेगी।
> कवच, रेलवे द्वारा इंस्टॉल किया गया एक एंटी-प्रोटेक्शन सिस्टम है।
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अ) भारत, दिसंबर 2023 तक हैरिटेज मार्गों पर हाइड्रोजन-संचालित वंदे मेट्रो लॉन्च करेगा। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, हाइड्रोजन ईंधन-आधारित ट्रेन का एक प्रोटोटाइप, उत्तर रेलवे कार्यशाला में विकसित किया जा रहा है और हरियाणा के सोनीपत-जींद सेक्शन में इसका परीक्षण किया जायेगा।
हैरिटेज मार्गों में दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, कालका शिमला रेलवे, नीलगिरी माउंटेन रेलवे, कांगड़ा घाटी, बिलमोरा वाघई, माथेरान हिल रेलवे और मारवाड़–देवगढ़ मदरिया शामिल हैं।
वंदे मेट्रो का निर्माण बड़ी संख्या में किया जायेगा और यह 1950 और 1960 के दशक में निर्मित ट्रेनों की जगह लेगी।
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ब) भारतीय रेलवे की एंटी-कोलिज़न प्रणाली ‘कवच’ को 1,455 किलोमीटर मार्ग के लिए तैनात किया गया है। दिल्ली–मुंबई और दिल्ली–हावड़ा के 3000 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग जल्द ही इस नई तकनीक से सुरक्षित हो जायेंगे।
‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली क्या है?
‘कवच’, जिसका अर्थ है ‘कवच’, एक एंटी ट्रेन कोलिज़न प्रणाली है। यह ट्रेन को रेड सिग्नल पार करने पर या किसी भी प्रकार की अन्य खराबी होने पर स्वतः रुकने के लिए इनेबल करता है।
आधिकारिक ट्वीट यहाँ देखें:
#Kavach: Automatic Train 🚆 Protection System
💠Deployed for 1,455 Route Kms on South Central Railway with 77 locomotives
💠Work in progress on Delhi-Mumbai & Delhi-Howrah corridors (3000 Kms route)
Watch this video to know more about ‘Kavach’ system here👇@AshwiniVaishnaw pic.twitter.com/6pAUjqnaNh
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) January 3, 2023
आपकी यात्रा सुखद हो! 😀