शुभ दिवाली! यहाँ पढ़ें किस तरह पूरे भारत में मनाया जाता है ‘प्रकाश का यह त्यौहार’

जब भी दिवाली का समय आता है, दिल खुशी से झूम उठता है और हर्षोल्लास की भावना चरम पर पहुँच जाती है। आखिररकार, यह लगभग पूरे देश में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा पर्व है।

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माना जाता है कि दिवाली के दिन 14 साल के निर्वासन के बाद भगवान राम की उनके घर वापसी की याद में मनाया जाता है। अन्य किंवदंतियाँ हैं जो दिवाली से भी जुड़ी हुई हैं। उदाहरण के लिए, कर्नाटक में, यह राजा बलि पर भगवान विष्णु की विजय का उत्सव है।

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विश्वास जो भी हो, आनंद की भावना सभी परंपराओं में निहित है।यहाँ देश भर में दिवाली की अलग-अलग परम्पराओं पर नज़र डालते हैं

वाराणसी, उत्तर प्रदेश

दिवाली की रात घाटों पर हल्के-हल्के झिलमिलाते हजारों दीयों की रोशनी में वाराणसी अपने सबसे अद्भुत रूप में प्रस्तुत होता है। वास्तव में, इस रात, वाराणसी सचमुच अपनी मनमोहक सजावट और शानदार आतिशबाजी के साथ ‘सिटी ऑफ़ लाइट्स’ की उपाधि को फिर से परिभाषित करता है। इस रात होने वाली विशेष गंगा आरती में हिस्सा लेना ना भूलें!

कोलकाता, पश्चिम बंगाल

कोलकाता दिवाली को अपनी विशिष्ट शैली में मनाता है और लगता है कि यह ‘सिटी ऑफ जॉय’ शब्द का प्रतीक है। काली पूजा या श्यामा पूजा आधी रात को होती है। पूजा से एक दिन पहले पूरे शहर को रोशन करने के लिए हजारों दीयों, छोटे बल्बों और छोटी मोमबत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है।

जयपुर, राजस्थान

लास वेगस के ‘द स्ट्रिप’ क्षेत्र के देसी संस्करण का अनुभव करना चाहते हैं? अगर हाँ, तो फिर दीवाली के दौरान गुलाबी शहर की यात्रा करना ना भूलें। दरअसल, दिवाली के दौरान यहाँ के ‘जौहरी बाजार’ का नज़ारा ‘द स्ट्रिप’ की तरह रहता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लास वेगस के ‘द स्ट्रिप’ की तरह यह जगह भी अपनी शानदार सजावट से दर्शकों को चकाचौंध कर देती है। वास्तव में, यह सिर्फ़ ‘जौहारी बाजार’ के बारे में नहीं है। जयपुर के सभी बाजार अपनी दिवाली की सजावट के लिए प्रसिद्ध हैं और हर साल सबसे अच्छी तरह से सजाये गये बाजार को पुरस्कार मिलता है।

अमृतसर, पंजाब

दिवाली पर अमृतसर का स्वर्ण मंदिर अपनी भव्यता की चरम सीमा पर होता है। सोने की परत से लदा हुआ यह मंदिर उस रात सुन्दर तरह से जगमगाता है और मंदिर के पवित्र सरोवर में इसकी चमक देखते ही बनती है।

दिल्ली

दिवाली की बात हो और हम साड्डी दिल्ली (हमारी दिल्ली) को छोड़ देंगे? बिल्कुल नहीं। दिवाली के दौरान, दिल्ली के लगभग हर बाज़ार और नुक्कड़ बेहतरीन लाइटों और दीयों से सजे रहते हैं और उपहारों की ख़रीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती रहती है।

इस वर्ष, “रोशनी के इस त्यौहार” का भरपूर आनंद लें!