केंद्र की ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पहल के तहत, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 सप्ताह में भारत के दूर-दराज के क्षेत्रों को आपस में जोड़ती 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की घोषणा की।
हमारी आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम को श्रद्धांजलि देने के लिए इस परियोजना के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। यह महोत्सव इस साल 12 मार्च को शुरू हुआ और 15 अगस्त, 2023 को समाप्त होगा।
देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी#AzadiKaAmritMahotsav pic.twitter.com/X2iH3LxSyx
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 15, 2021
भारत में अब तक केवल दो वंदे भारत ट्रेन रूट सक्रीय हैं। ये ट्रेन नंबर 22436/22435 हैं जो नई दिल्ली (NDLS) को वाराणसी जंक्शन (BSB) से जोड़ती हैं और ट्रेन नंबर 22439/22440, नई दिल्ली (NDLS) को कटरा (SVDK) से जोड़ती हैं।
प्लान कर रहें हैं ट्रिप? यहाँ बुक करें:
आज की स्थिति में, केवल नई दिल्ली–कटरा ट्रेनें चल रही हैं, जिनके टिकट ixigo पर बुक किये जा सकते हैं। आप हमारे ऐप पर इन वंदे भारत ट्रेनों की रनिंग स्टेटस और समय सारिणी भी देख सकते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक सेमी हाई स्पीड वाली इंटरसिटी इलेक्ट्रिक ट्रेन है। इसमें घूमने वाली सीटें, CCTV, स्वचालित दरवाज़े, हर सीट पर चार्जिंग प्वाइंट, दिव्यांग अनुकूल शौचालय और ऑनबोर्ड वाई-फ़ाई की सुविधा शामिल हैं।
ट्रेन 18 के रूप में भी मशहूर यह ट्रेन, परीक्षण के दौरान 180 किमी/घंटा की गति से चलने के कारण, भारत की सबसे तेज पैसेंजर ट्रेन बन गयी थी।
ट्रेन मार्गों से जुड़ेंगी पूर्वोत्तर की राजधानियाँ
कल लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम ने यह भी साझा किया कि पूर्वोत्तर भारत में रेल संपर्क को बढ़ावा दिया जायेगा, और इसके सभी राज्यों की राजधानियाँ जल्द ही ट्रेन मार्गों द्वारा जुड़ जायेंगी।
वर्तमान में, नागालैंड (कोहिमा), मेघालय (शिलांग), मिजोरम (आइजोल) और मणिपुर (इंफाल) रेल नेटवर्क द्वारा जुड़े हुए नहीं है, जबकि पूरे सिक्किम राज्य में पैंसेंजर स्टेशन नहीं है।
पीएम ने यह भी कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश, म्यांमार और दक्षिण पूर्वी एशिया से जोड़ा जा रहा है। 1992 में शुरू हुई इस नीति का उद्देश्य एशिया-पेसिफ़िक क्षेत्र के देशों के साथ आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देना है।
हमें उम्मीद है कि आपको यह ट्रेन अपडेट उपयोगी लगी होगी।और अधिक अपडेट्स के लिए बने रहें!
तस्वीर साभार: @VandeBharatExp/Twitter