अधिक राजस्व उत्पन्न करने की कोशिश मे, भारतीय रेलवे ने 48 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को “सुपरफास्ट” ट्रेन श्रेणी में अपग्रेड करके उनका किराया बढ़ा दिया है। 1 नवंबर 2017 को जारी किये गए समय सारिणी के अनुसार, ट्रेनों की गति पांच किलोमीटर प्रति घंटे के अनुसार बढ़ा दी गई है। गति को छोड़कर, इन ट्रेनों में कोई अतिरिक्त यात्री सुविधा नहीं जोड़ी गई है।
इन 48 रेलगाड़ियों में कीमतों में वृद्धि निम्नानुसार है –
स्लीपर – INR 30
दूसरा और तीसरा एसी – INR 45
पहला एसी – INR 75
विश्लेषण के अनुसार, भारतीय रेलवे को इन लेवी से लगभग 70 करोड़ रुपये का मुनाफा होने की उम्मीद है। इस बदलाव के बाद, भारत में सुपरफास्ट ट्रेनों की संख्या बढ़कर 1,072 हो गई है। हालांकि, सुपरफास्ट ट्रैन समय पर पहुंचे उसकी कोई गारंटी नहीं है।