भारतीय रेलवे, अगले पाँच वर्षों में निजी ऑपरेटरों को 500 ट्रेनें देने के विषय में सोच रहा है।
रेलवे पहले से ही 150 ऐसी ट्रेनों के लिए बिडिंग प्रक्रिया को अंतिम रूप देने वाला है, जिन्हें पहले चरण में निजी ऑपरेटरों द्वारा चलाया जाएगा। इसके बाद 350 अतिरिक्त ट्रेनें होंगी।
कर रहे हैं ट्रिप की प्लानिंग?
भारतीय रेलवे प्रतिदिन 13,000 पैसेंजर ट्रेनें चलाता है। यात्रियों की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए 3,000-4,000 अतिरिक्त ट्रेनों की आवश्यकता का अनुमान लगाया जा रहा है। निजी ट्रेन ऑपरेटरों के आ जाने से बढ़ती हुई यह ट्रैफिक संभालने में मदद होगी।
पहले चरण में, निजी ऑपरेटरों द्वारा 100 मार्गों पर 150 आधुनिक ट्रेनें चलाई जाएँगी, जो यात्रियों को विश्वस्तरीय तकनीक और सेवाएँ प्रदान करेंगी।इससे ट्रेनों की समयबद्धता में भी सुधार आएगा।