भारतीय रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपनी ट्रेनों के पुराने कोच में बदलाव करने के लिए तैयार है| नवीनीकरण की प्रक्रिया में 2000 पुराने कोचों में प्रत्येक सीट के लिए ट्रे-टेबल और चार्जिंग पॉइंट, नए पंखे, बेहतर सीट कवर, शौचालयों में नए नल, पैसेज में तस्वीरें आदि शामिल हैं| यह काम 600 करोड़ रुपए की कुल लागत में पूरा किया जाएगा|
अगले कुछ सालों में, भारतीय रेलवे अपनी ट्रेनों के 59,000 कोचों में से 40,000 कोचों में यह करने की योजना बना रहा है|
इस बदलाव में, भारतीय रेलवे की अगले दो सालों में 400 करोड़ रुपए की लागत से 640 उत्कृष्ट रेक विकसित करने की योजना भी शामिल है|
राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की स्थिति में सुधार के लिए राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर द्वारा प्रोजेक्ट स्वर्ण नाम की एक और परियोजना शुरू की गई है| इस परियोजना के तहत 14 राजधानी और 15 शताब्दी ट्रेनों में बदलाव किया जा रहा है।