देश के सबसे बड़े ट्रांसपोर्टर, भारतीय रेलवे, ने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में सिर्फ़ एक बार इस्तेमाल की जा सकने वाली प्लास्टिक सामग्री के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। यह प्रतिबंध 2 अक्टूबर से लागू हो जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने अधिकारियों को 360 प्रमुख स्टेशनों पर 1,853 प्लास्टिक वॉटर बॉटल क्रशिंग मशीन लगाने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आदेश दिया है। बोर्ड ने भारतीय रेलवे खान-पान और पर्यटन विकास निगम (IRCTC) को भी पानी की प्लास्टिक बोतलों को वापस करने के लिए कहा है।
ज़ोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधकों को प्लास्टिक थैलियों का उपयोग ना करने हेतु रेलवे विक्रेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है।
स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। उन्होंने देश के नागरिकों से एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के लिए अपील की। उन्होंने आगे कहा “भारत को एकल उपयोग वाले प्लास्टिक से मुक्त करने का समय आ गया है। सभी टीमों को इस दिशा में काम करने के लिए जुटना चाहिए। इस संबंध में 2 अक्टूबर को एक महत्वपूर्ण कदम अवश्य उठाया जाना चाहिए।”
संसद परिसर में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद यह प्रशंसनीय कदम उठाया गया।