15 मार्च, 2019 से भारतीय रेलवे, राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के लिए संशोधित फ्लेक्सी फेयर शुरू करेगा| सॉफ्टवेयर में आवश्यक परिवर्तन कर लिए गए हैं और अग्रिम बुकिंग शुरू हो चुकी है|
सितंबर 2016 में, 44 राजधानी, 46 शताब्दी, और 52 दुरंतो ट्रेनों के लिए फ्लेक्सी फेयर योजना शुरू की गई थी| इस योजना की यात्रियों, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) द्वारा आलोचना हुई थी|
इस योजना के अनुसार, जैसे-जैसे ट्रेनों में सीटें भरती जाती हैं, उनका किराया भी बढ़ता जाता है| इसलिए, किराये में 10% की दर से वृद्धि होती है, क्योंकि बर्थ का हर 10%, बेस फेयर के 1.5 गुना कैप की दर से भरता है|
रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इसके परिणामस्वरूप, कुछ ट्रेनों में अधिक कीमतों के चलते बर्थ खाली गए हैं| इसलिए, एक समीक्षा समिति ने इस मुद्दे की जाँच की और फ्लेक्सी फेयर प्रणाली को तर्कसंगत बनाने की सिफ़ारिश की|”
संशोधित फ्लेक्सी फेयर के तहत, सभी श्रेणियों में लागू 1.5 गुना के वर्तमान कैप को घटाकर 1.4 गुना किया जाएगा|