रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेल डिब्बों की संख्या के संदर्भ में ट्रेनों के मानकीकरण की योजना बना रहा है ताकि सभी ट्रेन सभी रूट पर चल सकें। गोयल कहा कि सभी ट्रेनों में 22 डिब्बे होंगे, प्लेटफॉर्म का आकार बढ़ाया जाएगा और दूसरे संबंधित बदलाव भी किये जाएंगे। इंजीनियरिंग विभाग इस पर गौर कर रहा है।
फिलहाल ट्रेन के डिब्बे दो तरह-आईसीएफ और एलएचबी होते हैं तथा ट्रेनों में डिब्बों की संख्या जरूरत के हिसाब से 12,16,18, 22 अथवा 26 होती है। भारतीय रेल के एक अधिकारी ने कहा कि अगर हर ट्रेन में डिब्बों की संख्या समान होगी तो हम किसी एक ट्रेन का इंतजार करने की बजाय मौके पर उपलब्ध कोई भी ट्रेन रवाना कर सकेंगे।
अधिकारी ने कहा कि पहले चरण में ट्रेनों के 300 से अधिक समूहों और उनके रूट की पहचान की गई है। एक रूट पर ट्रेनों की संख्या में बदलाव और उनका समय नई समय-सारिणी में उपलब्ध होंगे। नई समय-सारिणी का प्रकाशन जुलाई में किया जाना है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने के लिए, रेलवे को अपने बुनियादी ढांचे का मानकीकरण भी करना होगा जिसमें प्लेटफार्मों की लंबाई, फिलिंग और वाशिंग लाइन आदि शामिल हैं।