भारतीय रेलवे ने 1 मई से 932 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से 11 लाख से अधिक फंसे हुए श्रमिकों को उनके घर पहुँचा जा रही हैं।
अधिकांश ट्रेनें उत्तर प्रदेश व बिहार के लिए चल रही हैं।
आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिज़ोरम, उड़ीसा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल जैसे विभिन्न राज्यों में 932 श्रमिक विशेष ट्रेनें अपनी समाप्त करती हैं।
इसके अतिरिक्त, भारतीय रेलवे ने पुष्टि की है कि उसे 1000 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए मंजूरी मिल गई है।
उत्तर प्रदेश ने 526 ट्रेनों को मंजूरी दी है, उसके बाद बिहार, जो 269 ट्रेनों के लिए सहमत है और मध्य प्रदेश ने 81 ट्रेनों के लिए मंजूरी दी है।
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