रविवार को, प्रधान मंत्री मोदी ने काशी महाकाल एक्सप्रेस का उद्घाटन किया। यह इंदौर के पास तीन ज्योतिर्लिंगों, ओंकारेश्वर के साथ उज्जैन में महाकालेश्वर, और वाराणसी में काशी विश्वनाथ को जोड़ेगी।
यह ट्रेन 20 फरवरी 2020 से यात्रियों के लिए चलना प्रारंभ कर देगी।
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ट्रेन सर्च करेंकाशी महाकाल एक्सप्रेस अपने आप में ख़ास है क्योंकि यह ओवर-नाइट यात्रा प्रदान करती है। यात्रीगण उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों धार्मिक और पर्यटन स्थलों को कवर करने वाले विशेष टूर पैकेज भी बुक कर सकते हैं।
मार्ग का विवरण
यह नई तेजस एक्सप्रेस वाराणसी और इंदौर के बीच सप्ताह में तीन बार चलेगी: एक बार प्रयागराज और दो बार लखनऊ से होकर। ट्रेन मार्ग में सुल्तानपुर, लखनऊ / प्रयागराज, कानपुर, झाँसी, बीना, संत हीरानगर, उज्जैन, इंदौर शामिल हैं।
ट्रेन में भक्ति संगीत, ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग, सुरक्षा सेवाएँ और विश्व स्तरीय शाकाहारी भोजन की सुविधा उपलब्ध है।
तथ्य: काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव या भगवान महाकाल के लिए एक सीट आरक्षित की गई है। इसके अतिरिक्त, उस आरक्षित सीट पर यात्रियों को जागरूक करने के लिए एक मंदिर भी बनाया गया है।