यात्रियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे, ट्रेनों को अपडेट करने और नई तकनीक लाने के लिए काफ़ी धन राशि खर्च करता है | इन बदलावों का फायदा उठाने की बजाय, यात्रियों द्वारा ट्रेनों को नुकसान पहुँचाने की ख़बर हमेशा सुर्खियों में रहती है |
अपग्रेडेड सुविधाओं से युक्त आधुनिक लिंक हफ़मैन बुश (एलएचबी) बोगियों में अपग्रेड होने के कुछ ही समय बाद, मुम्बई-मनमाड पंचवटी एक्सप्रेस में यात्रियों ने तोड़-फोड़ की | भारतीय रेलवे ने इस ट्रेन को अपग्रेड करने में कुल 38 करोड़ रुपए लगाए थे | नए अपडेट के अनुसार, तोड़-फोड़ और चोरी की इस घटना ने मध्य रेलवे ज़ोन पर लगभग 9 लाख रुपए की मरम्मत राशि का बोझ डाल दिया है | इसमें पान के थूक के निशानों और अन्य विकृतियों को छुपाने के लिए पेंट में लगने वाली राशि शामिल नहीं है |
केंद्रीय रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी, सुनील उदासी, ने हाल ही में हुए एक साक्षात्कार में कहा, “अगर ट्रेन में इस प्रकार की तोड़-फोड़ की घटनाओं पर रोक नहीं लगी तो एक उचित स्तर बनाए रखने में दिक्कत होगी | केंद्रीय रेलवे ने यात्रियों से तोड़-फोड़ पर रोकथाम में मदद करने और बाधारहित सेवा को बनाए रखने की अपील भी की |”