भारत की पहली मूल रूप से निर्मित इंजन रहित हाई स्पीड ट्रेन, ट्रेन 18 को वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया है। यह ट्रेन जल्द ही 160 किमी. प्रति घंटे की अधिकतम रफ़्तार से दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू की जाएगी।
पीयूष गोयल ने कहा, “इस ट्रेन का निर्माण पूरी तरह से भारत में हुआ है और इसके लिए आम जनता द्वारा विभिन्न नामों के सुझाव प्राप्त हुए थे लेकिन हमने इसका नाम वंदे भारत एक्सप्रेस रखने का फैसला लिया है। यह ट्रेन गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की जनता के लिए एक उपहार है। हम माननीय प्रधानमंत्री से इस ट्रेन के उदघाटन के लिए अनुरोध करेंगे।”
भारत की इस पहली लोकोमोटिव रहित ट्रेन में 16 कोच हैं। यह 18 महीने की अवधि में 97 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है। यह ट्रेन 30 वर्ष पुरानी शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेगी।
इस बहुप्रतीक्षित ट्रेन की शानदार सुविधाओं में आधुनिक एसी कोच, वाई-फ़ाई, इंफोटेनमेंट सिस्टम, टच-फ्री स्वचालित दरवाजे और जीपीएस युक्त यात्री सूचना प्रणाली शामिल हैं।