वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण ने रेलवे बजट 2019 के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण बातों की घोषणा की।
रेल बजट 2019 के साथ ही भारतीय यात्री तेज़, समयबद्ध और सबसे महत्वपूर्ण, और भी अधिक सुरक्षित ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे।
सीतारमण ने कहा, “रेलवे के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने के लिए 2018 और 2030 के बीच 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है। पीपीपी (पब्लिक- प्राइवेट पार्टनरशिप) रेलवे के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी”
रेलवे बजट 2019 की 7 प्रमुख बातें:
1. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “रेलवे बजट 2019 के अंतर्गत, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल को अपनाया जाएगा, जिससे रोलिंग स्टॉक निर्माण, माल की डिलीवरी व रेलवे के पूर्ण रूप से विकास में मदद मिलेगी।
2. रेलवे नेटवर्क के बेहतरीकरण के लिए, अंतर्देशीय जलमार्गों का बड़े पैमाने पर विकास किया जाएगा।
3. रेलवे बजट 2019 में ट्रेन के किराए में वृद्धि या बदलाव की घोषणा नहीं की गई।
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4. ‘मेक इन इंडिया’ के तहत, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके अधिक से अधिक संख्या में विश्व स्तरीय ट्रेनों के निर्माण की दिशा में प्रयासरत है।
5. रेल बजट 2019 रेल दुर्घटनाओं व अप्रिय स्थितियों से बचने के लिए सुरक्षा पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करेगी। साथ ही स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी लगाने पर विचार किया जा रहा है।
6. वित्त मंत्री ने कहा कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, रेलवे नेटवर्क की दिक्क्तों को कम करेगा। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एक महत्वपूर्ण और बड़े स्तर की रेलवे परियोजना है, जिसका उद्देश्य माल ढुलाई की प्रक्रिया में सुधार करना है।
7. निर्मला सीतारमण की घोषणा के अनुसार, “इस वर्ष भारतीय रेलवे द्वारा बड़े पैमाने पर रेलवे स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।”