रेलवे की मृतकों की संख्या जो की अक्टूबर 2016 और सितम्बर 2017 के बीच 244 तक पहुँच गई थी, वह अक्टूबर 2017 और सितम्बर 2018 के बीच गिर कर 40 हो गई है।
एक रेलवे अधिकारी ने कहा है कि कोंकण रेलवे ने सबसे ज़्यादा सुधार दिखाया है क्योंकि इस ज़ोन की 95% ट्रेनें समय पर चल रही थीं।
उत्तर पश्चिमी रेलवे और उत्तरी फ्रंटियर रेलवे ने भी अपने समयबद्धता आंकड़ो को 90 % तक बनाए रखा है। 17 रेल जोनों में से दस ने अपने समय-समय पर प्रदर्शन में 75 प्रतिशत तक सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि 17 जोनों में से केवल तीन – पश्चिम मध्य रेलवे, दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे और उत्तरी रेलवे में अधिकतम विलंब देखा गया है। इन जोनों का समयबद्धता स्कोर भी 65 प्रतिशत या उससे कम है।