सोमवार, 6 नवंबर 2017 से रेलवे की पहली ‘गोल्ड स्टैंडर्ड’ ट्रेन यात्रियों के लिए शुरू हो गई है। इस श्रेणी में रेलवे की पहली ट्रेन दिल्ली-काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत राजधानी और शताब्दी ट्रेनें भी शामिल हैं। हर ट्रेन पर 50 लाख रुपए खर्च कर रही है केंद्र सरकार। सीसीटीवी कैमरे और आरपीएफ जवानों की व्यवस्था भी की गई है। इसका मतलब है की रेल का सफर अब बनेगा मनोरंजक और आरामदायक।
रेल मंत्रालय के प्रीमियम ट्रेनों को रेनोवेट करने के लिए शुरू किया गया स्वर्ण प्रोजेक्ट के तहत यह पहली ट्रेन होगी।ट्रेन नई दिल्ली से काठगोदाम के बीच चलाई जाएगी।रेलवे की यह स्वर्ण ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस कैटेगरी की है।
इस प्रॉजेक्ट में ट्रेनों में आरपीएफ जवानों की पर्याप्त तैनाती के साथ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी की गई है। प्रॉजेक्ट के तहत कोच के अंदरूनी हिस्से को आकर्षक बनाने, शौचालय व्यवस्था में सुधार और कोचों की सफाई पर भी काफी ध्यान दिया गया है। कायाकल्प की प्रक्रिया में स्टाफ को साफ-सफाई और खाना पहुंचाने के लिए ट्रोली के इस्तेमाल का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। प्रीमियर ट्रेनों के स्टाफ के लिए नए यूनिफॉर्म डिजाइन किए गए हैं। वहीं, यात्रियों को ट्रेनों में फिल्म, सीरियल, म्यूजिक समेत मनोरंजन के अन्य साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा यात्री ट्रेन में वाई-फाई हॉटस्पॉट्स के द्वारा एचडी स्ट्रीमिंग का आनंद भी ले पाएंगे।