बीते पांच दशक से ज्यादा समय के दौरान सुरक्षा के लिहाज से वर्ष 2017-18 में रेलवे का रिकॉर्ड सर्वश्रेष्ठ रहा। 30 मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्तीय वर्ष में पूरे रेल नेटवर्क में 73 हादसे हुए जो 57 सालों में सबसे कम हैं।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया , ‘बेहतरी का मुख्य कारण रेल पटरियों को फिर से नया करना है। रेलवे ने 2017-18 में पुरानी पटरियों को हटा कर 4,405 किलोमीटर नयी पटरी बिछायी हैं। यह रेल नवीकरण की सबसे अधिक प्रगति है और साल के लिए तय किये गये 4,400 किलोमीटर के लक्ष्य से अधिक है। ’’
मुख्य सुर्खियाँ:
– रेलवे के मुताबिक, 2017-18 में ट्रेनों ने सबसे ज्यादा 1,707.7 मिलियन ट्रेन किलोमीटर की दूरी तय की। 1960-61 में यह दूरी 388.1 मिलियन ट्रेन किलोमीटर थी।
– दुर्घटना के मामले में, 1960-61 में, दर्ज की गई संख्या 2131 (अब तक सबसे ज्यादा है) थी जो 1970-71 में 840 पर आ गई थी। 1980-81 में, संख्या 1,013 थी और 1990-91 में यह 532 थी। आंकड़ों के मुताबिक, 2010-11 में दुर्घटना 141 थी और 2016-17 में 108।
– इस साल रेलवे से जुड़े हादसों में कुल 254 लोगों की जान गई, जो पिछले साल 607 के मुकाबले करीब 58% कम रही।
– ट्रेन डिरेलमेंट की घटनाओं में भी इस साल कमी दर्ज की गई। इस साल 54 बार ट्रेन पटरी से उतरी, पिछले साल ऐसे 78 हादसे हुए थे। रेलवे क्रॉसिंग पर पिछले साल के 30 हादसों की तुलना में इस साल 17 घटनाएँ हुईं।