खुशखबर! ट्रेन आने में देरी होने पर रेलवे स्टेशनों के प्रतीक्षालयों में समय काटना अब शायद थोड़ा कम बोझिल होगा क्योंकि इनमें टीवी के साथ शीतल पेय की मशीनें और हल्का फुल्का नाश्ता भी मिलेगा।
पायलट परियोजना के तौर पर रेलवे के दिल्ली संभाग को प्रतीक्षालयों में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया है।
रेलवे परिवर्तन कक्ष की ओर से उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को भेजे गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, “दिल्ली मंडल प्रतीक्षालयों के उन्नयन के लिए पीपीपी मोड के तहत खुली बोली प्रक्रिया के जरिये एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करे। इसके तहत प्रतीक्षालयों में हल्के-फुल्के नाश्ते, टीवी, अच्छे किस्म के फर्नीचर, साफ़ सुथरे शौचालय और अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।”
संभाग को तीन महीने तक परियोजना संचालित करने और इसके बाद रेलवे बोर्ड को विस्तृत मूल्यांकन रिपोर्ट देने को कहा गया है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “कभी-कभी यात्रियों को प्रतीक्षालयों में घंटों इंतजार करना पड़ता है। ऐसा कोहरा पड़ने के दौरान ज्यादा होता है, क्योंकि तब ट्रेनें अत्यधिक देरी से चलती हैं।” उन्होंने कहा, एक बार मंडल द्वारा प्रोजेक्ट के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन पर, बोर्ड इस मॉडल को पूरे रेलवे नेटवर्क में दोहराने के निर्देश दे सकता है।