उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फरनगर में 19th August को उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और देखते ही देखते 23 लोगों की मौत हो गई। रेलवे के अधिकारियों ने दुर्घटना के तुरंत बाद एक औपचारिक जांच शुरू की जिसमे यह पता चला कि इस घातक दुर्घटना के पीछे का कारण रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही है। दुर्घटना की पूरी जानकारी के लिए ये पढ़े।
उत्कल एक्सप्रेस चालक को सूचित किये बिना या लाल झंडे दिए बिना उत्तर प्रदेश में पटरी पर एक अनौपचारिक मरम्मत कार्य किया गया था। भारतीय रेल ने एक जूनियर इंजीनियर सहित 13 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, जिन्हें उत्कल एक्सप्रेस की पटरी से उतरने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। उत्तरी रेलवे के मुख्य सार्वजनिक संबंध अधिकारी ने अपने हालिया साक्षात्कार में कहा था कि कर्मचारियों को बर्खास्त करने का फैसला रेलगाड़ी के प्रथम दृष्टया साक्ष्य के आधार पर लिया गया है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने घोषणा की है की सरकारी रेलवे पुलिस ने 151, 154 और 427 के तहत एफ़आईआर दर्ज करवाया है, जो कि रेलवे संपत्ति का नुकसान या विनाश, लापरवाही से मौत, जीवन को खतरे में डालकर या निजी सुरक्षा के जरिए गंभीर चोट पहुंचाने वाली दुर्घटनाओं से संबंधित है।
रेलवे मे दो हफ्तों में तीन दुर्घट्ना हुई। अन्य दो दुर्घटनाओं के बारे में पढ़ें –