कम्पट्रोलर और ऑडिटर जनरल (सीएजी) और यात्रियों से बहुत आलोचना प्राप्त करने के बाद, भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की सुविधा, सुरक्षा और बुनियादी समयबद्धता के प्रति कुछ भारी बदलाव किए हैं।
आइए रेलवे द्वारा किए गए 10 प्रमुख परिवर्तनों पर नज़र डालें:
1. हट जायेंगे सभी मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग: 31 मार्च 2020 इस लक्ष्य को प्राप्त करने की समयसीमा है।
2. रेल ट्रैक नवीनीकरण: ट्रैक नवीनीकरण कार्य में 50% की वृद्धि हुई हैं। 2013-14 में 2,926 किलोमीटर का नवीनीकरण हुआ था जब की 2017-18 में 4,405 किलोमीटर हुए है।
3. एक उपकरण जो ड्राइवरों को धुंध में ट्रेन चलाने में प्रशिक्षित करेगा: भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में 4,920 जीपीएस-सक्षम धुंध सुरक्षा उपकरण स्थापित किए हैं।
4. फुटओवर ब्रिज का निर्माण: 2009 -14 के दौरान 23 फुट-ओवर पुलों की तुलना मे 2014-18 के बीच प्रति वर्ष 74 पुलों का निर्माण किया गया।
5. बेहतर संकेतन सिस्टम: इस परियोजना को सिस्टम का आधुनिकीकरण करने के लिए ₹12909 मिलियन की भारी लागत पर चिह्नित किया गया है।
6. जलरोधक इंजन: यह नए इंजन 12 इंच पानी में भी काम कर सकेंगे।
7. टिकटों की खरीद आसान बनाने के लिए: रेलवे ने 4,000 स्थानों पर 9,100 पॉइंट ऑफ़ सेल (पीओएस) मशीनों की स्थापना की है।
8. स्टेशनों के लिए बदलाव का समय: एस्केलेटर, लिफ्ट, सबवे, एसी वीआईपी लाउंज, एसी प्रतीक्षा कक्ष, रेस्टरूम और शॉपिंग मॉल तक, स्टेशनों को आधुनिक हवाई अड्डों की तरह बदल दिया जाएगा।
9. स्वच्छता की दिशा में एक कदम: 488 स्टेशनों पर मशीनीकृत सफाई प्रणाली शुरू की गई है और प्लेटफॉर्म को साफ रखने के लिए स्वचालित रेल-माउंटेड मशीन का उपयोग किया जा रहा है।
10. रेल कनेक्टिविटी में वृद्धि: पूर्वोत्तर भारत में आधारभूत विकास को बढ़ावा दिया गया है।