यात्रियों के लिए लंबी दूरी की यात्रा आसान और आरामदायक बनाने के लिए भारतीय रेलवे के सामान्य डिब्बों को बेहतर बनाया जाएगा। 2022 तक, भारतीय रेल लंबी दूरी की सभी ट्रेनों की सभी श्रेणियों में टेंपरेचर कंट्रोल्ड सर्विस मुहैया कराएगी। यह जानकारी विजन डोक्युमेंट इंडियन रेलवे विजन और योजना 2017-2022 से प्राप्त हुई है, जिसे 7 अगस्त 2017 को रेल मंत्रालय ने जारी किया था। विजन डोक्युमेंट में रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाए जाने की बात कही गई है।
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विजन डोक्युमेंट के मुताबिक रेलवे ‘नियर जीरो फैटेलिटी’ परफॉर्मेंस को अपनाकर यात्रियों को सुरक्षित यात्रा मुहैया कराएगी। ग्राहकों की संतुष्टि के लिए रेलवे अपने स्टेशनों और रेलगाड़ियों में इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने, कर्मचारियों की प्रशिक्षण करने और टेक्नोलॉजी का दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
विजन डोक्युमेंट के मुताबिक रेलवे देश की जीडीपी में 1.5 फीसदी का योगदान रखने का हौंसला रखती है और इसके लिए देश के कुल मालभाड़े की 40 फीसदी हिस्सेदारी को हासिल करने के लिए इंप्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जाएगा।इस दृष्टि को पूरा करने के लिए, रेलवे का फोकस उस रेवन्यू पर होगा, जिसे किराए से अलग प्राप्त किया जाता है।इसके अलावा, बुनियादी सुविधाओं को उन्नत करने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।