घातक कोरोना वायरस महामारी के बीच, भारतीय रेलवे पूरे देश के लिए मददगार साबित हो रहा है और कई प्रमुख उपलब्धियाँ भी हासिल कर रहा है।
4 सबसे महत्वपूर्ण अपडेट निम्नलिखित हैं:
1. भारतीय रेलवे ने 100% विद्युतीकरण की दिशा में एक और कदम उठाया है। 05956/55 दिल्ली-डिब्रूगढ़ ब्रह्मपुत्र मेल दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की बजाय दिल्ली से न्यू जलपाईगुड़ी जंक्शन तक इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली पहली नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे वाली ट्रेन बन गई है, जिससे सालाना 20.4 करोड़ रु. की बचत होगी।
Another stride towards 100% electrification of Railways:
05956/55 Delhi-Dibrugarh Brahmaputra Mail becomes the first North Frontier Railway owned train to run on electric traction from Delhi upto New Jalpaiguri Jn,instead of Din Dayal Upadhyaya Jn, thus saving Rs20.4Cr annually. pic.twitter.com/hwEa8PrJUy
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) July 7, 2020
ट्रेन बुक करें
2. COVID-19 महामारी की स्थिति के बावजूद, रेल व्हील फैक्ट्री ने जून, 20 में 15582 पहियों और 6480 एक्सल का निर्माण किया, जो पिछले साल इसी समय के 15295 पहियों और 5020 एक्सल से अधिक है।
Despite prevailing situation of COVID-19 pandemic, Rail Wheel Factory manufactured 15582 wheels & 6480 axles in June’20, higher than 15295 wheels and 5020 axles of the same period last year. pic.twitter.com/EXA9XvXGFp
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) July 8, 2020
3. आरामदायक यात्रा के साथ, भारतीय रेलवे सुरक्षा प्रणाली को उच्च तकनीक से युक्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। आधुनिक कोच फैक्टरी ने बोगी के भीतर हवा की गुणवत्ता की निगरानी के लिए सेंसर सहित कई सुविधाओं के साथ एक नया कोच बनाया है।
सुगम यात्रा के साथ भारतीय रेल ने सुरक्षा सिस्टम को हाईटेक बनाने की ओर बढाए कदम । @BhopalDivision @drmkota pic.twitter.com/zVXvugEHPI
— CPRO West Central Railway (@wc_railway) July 8, 2020
4. रेलवे के जबलपुर डिवीज़न में एक बैटरी चालित दोहरे मोड वाला शंटिंग लोको ‘नवदूत’ का निर्माण किया गया है। यह लोको, डीजल और पर्यावरण संरक्षण के साथ विदेशी मुद्रा को बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रेलवे के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले ड्यूल मोड शंटिंग लोको ‘नवदूत’ का निर्माण किया गया, जिसका परीक्षण सफल रहा।
बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है, जो डीजल के साथ विदेशी मुद्रा की बचत, और पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा। pic.twitter.com/9uw3qF0WrW
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 7, 2020