भारतीय रेलवे, बरसात के पानी को संग्रहित करने के लिए अपने बुलेट डिपो में जलाशय बनाने की तैयारी कर रहा है। बरसात के पानी का उपयोग कई चीज़ों के लिए किया जा सकता है, जिसमें हाई-स्पीड ट्रेनों का रखरखाव भी शामिल है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है,जब देश जल संकट से जूझ रहा है।
परियोजना का कार्यान्वयन करने वाली एजेंसी नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने कहा, “रेलवे ताज़े पानी को संग्रहित करने के लिए अपने बुलेट डिपो में जलाशय बनाने की तैयारी कर रहा है। इसका उपयोग हाई-स्पीड वाली ट्रेनों के रखरखाव में किया जा सकता है।”
तथ्य: 22-24 रेल कोचों की सफाई के लिए लगभग 12,000 से 14,000 लीटर पानी का उपयोग होता है।
ट्रेन बुक करेंरेलवे, मुंबई और अहमदाबाद के बीच हाई-स्पीड कॉरिडोर शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। गुजरात के साबरमती और सूरत एवं महाराष्ट्र के ठाणे में ट्रेनों के रखरखाव के लिए डिपो बनाए जाने की योजना है। भारतीय रेलवे ने पहली बार इस तरह का प्रयास किया है।
इस संबंध में रेल मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट देखें: