ट्रेनों की लेटलतीफी अब सब पर भारी पड़ने लगी है। ट्रेनों के समय पर नहीं चलने के कारण रेलवे अधिकारियों और क्षेत्रीय प्रमुखों को पियूष गोयल ने चेतावनी दी है। उन्होंने रेलवे के सभी मंडलों के प्रमुखों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रेलवे की सेवाओं में देरी होती है, तो इसका सीधा असर उनके मूल्यांकन पर पड़ेगा।
रेल मंत्रालय ने अधिकारियों को ट्रेनों का संचालन समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए एक महीने का समय दिया है। पिछले सप्ताह विभागीय बैठक में पीयूष गोयल ने ट्रेनो के लेट परिचालन के मुद्दे को लेकर क्षेत्रीय प्रमुखों की खिंचाई की। उन्होंने कहा कि रेल सेवाओं में देरी के लिए अधिकारी हमेशा रख-रखाव के काम का बहाना नहीं बना सकते।
सूत्रों के अनुसार, “रेल मंत्री ने साफ किया है कि 30 जून तक अगर उन्हें कोई सुधार नज़र नहीं दिखा, तो उस उससे संबंधित अधिकारियों के प्रमोशन पर विचार नहीं किया जाएगा। बैठक के दौरान हर एक मंडल अधिकारी को व्यक्तिगत तौर पर बुलाया गया और सवालात किए गए।