देश के 4 शहरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को हाई स्पीड नेटवर्क से जोड़ने का फैसला लिया गया है। पिछले दिनों हुई रेलवे बोर्ड की मीटिंग में इसके ब्लू प्रिंट की प्रक्रिया शुरू हुई। रेलवे का मानना है कि इस परियोजना से चारों महानगरों के बीच यात्रा का समय घटेगा।इस परियोजना को 15 अगस्त, 2022 तक पूरा करने और ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल, भारत में ट्रेनों की औसत गति 88-90 किलोमीटर प्रति घंटा है।
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बता दें कि 28 नवंबर 2017 को हुई रेलवे बोर्ड की मीटिंग में चार मेट्रो सर्विस को रेलवे के दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-चेन्नई, चेन्नई-हावड़ा, चेन्नई-मुंबई और हावड़ा-मुंबई रूट से जोड़ने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने की प्रॉसेस शुरू की गई। नीति आयोग ‘’स्वर्णिम चतुर्भुज’’ प्रोजेक्ट का रिव्यू कर चुका है। फिलहाल, इसे मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेजने की तैयारी चल रही है।
इस प्रोजेक्ट के जरिए रेलवे 10 किलोमीटर लंबा सेमी-हाईस्पीड रूट तैयार किया जायेगा । ताकि ट्रेनों की एवरेज स्पीड 90 से बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे की जा सके। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि हमें अभी इसके ब्लू प्रिंट को आखिरी रूप देना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश के चार महानगरों को जोड़ने वाले इस प्रोजेक्ट को 15 अगस्त, 2022 तक लॉन्च किया जा सकता है।
दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा मार्ग 2017-2018 के बजट में शामिल किए गए थे। अन्य चार मार्गों के अनुमानों को 2018-2019 के बजट में शामिल किए जाने के लिए की प्रक्रिया चल रही है। बोर्ड 31 दिसंबर 2017 तक शेष मार्गों के लिए एक विस्तृत बजट अनुमान को अंतिम रूप दे देगा, अधिकारियों ने पुष्टि की है।