रेलवे जल्द ही अपनी महत्वाकांक्षी 18,000 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए कैबिनेट से मंजूरी लेने जा रही है। इस प्रस्ताव में तेज रफ्तार ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन के लिए देश के दो व्यस्ततम रेल कॉरिडोर दिल्ली-कोलकाता और दिल्ली-मुंबई में रेल मार्गो के दोनों तरफ बाड़ लगाए जाएंगे।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं –
1- दो व्यस्ततम गलियारों में ट्रेन की गति बढ़कर 160 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी।
2- सुरक्षा सुनिश्चित करने और पटरियों पर किसी भी हस्तक्षेप से बचने के लिए बाड़ लगाए जायेंगे।
3- 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के सफल कार्यान्वयन के बाद, गति को आगे 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ाया जा सकता है।
4- व्यवहार्यता अध्ययन के अनुसार, यह एक उच्च लाभ दर के साथ एक वित्तीय रूप से पुरस्कृत परियोजना है।
5- दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग से 18 फीसदी रिटर्न मिलने का अनुमान है, जबकि दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से 14.7 फीसदी।
अधिक जानकारी —
1- अगले महीने कैबिनेट द्वारा इस योजना पर विचार करने की उम्मीद है।
2- एक हालिया साक्षात्कार में एक वरिष्ठ रेलवे मंत्रालय ने कहा, “विस्तारित रेलवे बोर्ड, नीतियोग और वित्त मंत्रालय ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब यह कैबिनेट की मंजूरी के लिए इंतजार कर रहा है जिसके बाद इसे शुरू किया जाएगा “।
3- दिल्ली-कोलकाता रेलमार्ग पर कुल अनुमानित लागत 7 हजार करोड़ रुपये आ सकती है और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर कुल लागत 11 हजार करोड़ रुपये आने का अनुमान है।
4- बाड़ लगाने की लागत लगभग 2,200 करोड़ रुपये होगी।