भारतीय रेलवे ने भारत की पहली सेमी हाई स्पीड, पूर्णतः वातानुकूलित तेजस एक्सप्रेस को ट्रेन 19 के बेहतर विकल्प से बदलने का फैसला लिया है। इस कदम के साथ, रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस के उत्पादन को पूरी तरह से बंद करने की योजना बनाई है।
तेजस एक्सप्रेस डब्ल्यूडीपी3ए डीजल लोकोमोटिव से युक्त है, जो 160 किमी. प्रति घंटे तक की रफ़्तार से चलती है।ट्रायल रन के दौरान, यह ट्रेन 180-200 किमी. प्रति घंटे तक की रफ़्तार से चल सकती है, जो कि ट्रेन 18 की रफ़्तार के बराबर है।
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ट्रेन बुक करेंतेजस एक्सप्रेस को एक प्रस्तावित, लंबी दूरी की ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट), ट्रेन 19 में अपग्रेड किया जाएगा। इसमें चेयर कार के बजाय स्लीपर कोच होंगे।
ट्रेन 19, ‘मेक इन इंडिया’ पहल की एक प्रमुख परियोजना है। यह ट्रेन डीपीआरएस (डिस्ट्रिब्यूटेड पावर रोलिंग स्टॉक) नामक एक नई तकनीक का उपयोग करेगी।
वर्तमान में, देश में दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। 2017 में शुरू होने वाली पहली ट्रेन मुंबई और गोवा के बीच चलती है। दूसरी ट्रेन का उद्घाटन मार्च 2019 में किया गया था और यह चेन्नई एग्मोर और मदुरै स्टेशनों के बीच चलती है।