ट्रेन यात्रा के दौरान ज़रूर मिलते हैं यह 5 तरह के यात्री

भारत में ट्रेन यात्रा का सबसे अनोखा पहलू सफ़र के दौरान मिलने वाले तरह-तरह के यात्री हैं। जितनी प्यारी हमें ये ट्रेन यात्राएँ हैं, उतने ही यादगार यहाँ मिलने वाले यात्री होते हैं। कुछ बातूनी, कुछ शांत, तो कुछ मिलनसार, सफ़र का हर पहर इनसे ही तो जानदार बना रहता है। हमनें यहाँ ट्रेन यात्रा के समय मिलने वाले भाँति-भाँति के यात्रियों के बारे में बताया है:

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पूरा घर ढोकर चलने वाले:
क्या कभी कम सामान के साथ किसी जगह घूमने गए हैं? ऐसा पूछे जाने पर इनका जवाब ना ही होता है! ये उन लोगों में शामिल हैं, जो अपने कन्धो पर भारी भरकम सामान लादकर ट्रेन में सवार होते हैं।बैग और अटैचियों से इनकी दोस्ती बेहद ख़ास होती है।  


जुगाड़ हमारे ख़ून में है!
पेश है “देश के सबसे होनहार जुगाड़कर्मी”! ये वो लोग होते हैं जो टिकट ना होते हुए भी ट्रेन में चढ़ते हैं और फ़िर बाद में टिकट कलेक्टर साहब से अपनी डील पक्की करते हैं। ये बड़े ही इम्पल्सिव किस्म के यात्री होते हैं, जब मन चाहा निकल गए सफ़र पर। कभी कभी तो स्टेशन ही इनका घर होता है।

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किसका बच्चा है ये?
“सावधान: बच्चे खेल रहे हैं” यह सूचना भारतीय ट्रेनों में वैधानिक तौर पर किसी बोर्ड पर चिपका देना चाहिए। हम सबने कभी ना कभी ट्रेन की बोगियों में हुड़दंग मचाते हुए बच्चों की टोली का सामना ज़रूर किया होगा।


मसालेदार यात्री!
अरे, ये तो लहसुन की गंध है! भारतीयों को अपने खाने में मसालों का तड़का बेहद पसंद है पर जब हमें इसी गंध से भरे हुए डिब्बे में पूरी यात्रा करनी पड़े, तब शुरू होती है असली मुसीबत।ख़ैर, इस बात का कुछ किया नहीं जा सकता, कुछ खाने के लिए कुछ तो खोना ही पड़ता है।

एक्सक्यूज़ मी, प्लीज़!
यह वो यात्री होते हैं, जो आपको सुकून से बैठने ही नहीं देते! इन्हें हर 10 मिनट में टॉयलेट जाना होता है। हमें पूरा यकीन है कि ऐसे यात्रियों से आपका पाला ज़रूर पड़ा होगा।😉