माँ गंगा को समर्पित ‘गंगा दशहरा’ का यह उत्सव हिन्दी कैलेंडर के अनुसार दशमी तिथि को मनाया जाता है।
स्वर्ग से धरती पर अवतरण लेने वाली दिव्य नदी ‘गंगा’, भारत की प्रमुख नदियों में से एक है।ऐसा विश्वास है कि गंगा में डुबकी लगाने से मनुष्य सारे पापों से छुटकारा पा जाता है।
यह पर्व मुख्यतः बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मनाया जाता है।इस दिन वाराणसी, पटना, प्रयाग और हरिद्वार में विशाल मेलों का आयोजन भी किया जाता है और बाद में पतंगबाज़ी भी की जाती है।अगर आप इन स्थानों पर घूमने जा रहें हैं या वहाँ के स्थानीय निवासी हैं, तो इस भव्य उत्सव का हिस्सा अवश्य बनें।
गंगा दशहरा तिथि 2019
इस वर्ष, यह पर्व ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि अर्थात आज, 12 जून (बुधवार) को मनाया जाएगा।
प्लान कर रहें हैं गर्मियों की छुट्टियाँ? यहाँ बुक करें टिकट:
ट्रेन बुक करें
पूजा का शुभ समय इस प्रकार है:
दशमी तिथि की शुरुआत: 11.06.2019 को 20:19 बजे
दशमी तिथि की समाप्ति: 12.06.2019 को 18:27 बजे
महत्व एवं रीति-रिवाज
माँ गंगा के अवतरण की खुशी में हिंदूओं द्वारा मनाया जाने वाला यह एक मुख्य त्यौहार है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन माँ गंगा स्वर्गलोक से पृथ्वी पर अवतरित हुई थी।
इस त्यौहार में होने वाली माँ गंगा की भव्य आरती, तीर्थ यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र होती है।इस दिन श्रद्धालु, गंगा में स्नान करके उसकी महिमा गाते हैं।
मोक्ष की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं को इस दिन पुष्प, पत्तियों से बनी हुई नाव, प्रसाद इत्यादि माँ गंगा को अर्पित करना चाहिए। माँ गंगा का ध्यान करते हुए मंत्रोच्चार और श्लोक का भी पाठ करना चाहिए।
इस दिन वाराणसी, पटना, प्रयाग और हरिद्वार में विशाल मेलों का भी आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर पतंगबाज़ी भी की जाती है।
आप सभी को गंगा दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ!