अब रेलवे के यात्री, ट्रेनों में खाने की गुणवत्ता को लेकर निश्चिंत रह सकते हैं। रेलवे को मिलने वाली भोजन संबंधी शिकायतों से निपटने के लिए नेशनल ट्रांसपोर्टर ने खाने के पैकेट पर बार-कोड प्रिंट करने का निर्णय लिया है।
रेलवे द्वारा कुछ स्थानों पर यह शुरू कर दिया गया है। जल्द ही देश भर में यह कदम उठाया जाएगा।
रेलवे, ट्रेनों में ऑन-बोर्ड ई-केटरिंग सेवाओं के लिए ब्रांडेड फूड विक्रेताओं को शामिल कर रहा है।इसके अलावा, खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता की निगरानी के लिए रसोई यूनिट में खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी।
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आईआरसीटीसी ने पिछले दो सालों में 46 रसोई यूनिट को अपग्रेड किया है। इसके साथ ही, 38 बेस किचन में भोजन बनाने की प्रक्रिया की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
रेल मंत्री के अनुसार, “भारतीय रेलवे ने खाद्य गुणवत्ता संबंधी जाँच के लिए कोई समिति गठित नहीं की है। हालाँकि, आईआरसीटीसी द्वारा ट्रेनों में खाने की गुणवत्ता की जाँच के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट किए जाते हैं।”