दुनिया भर में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज़ों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। जहाँ एक ओर मरीज़ बढ़ रहे हैं, वहीँ दूसरी ओर सरकार अस्पताल एवं अन्य आवश्यक सुविधाएँ देने में प्रयासरत है।
अभी तक COVID-19 फैलने की पुख्ता वजह सामने नहीं आई है। हालाँकि इससे बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
जहाँ कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए चिंता का सबब बन चुका है, वहीँ यह भी दावा किया जा रहा है कि गर्मियों का मौसम आते ही कोरोना वायरस ख़त्म हो जाएगा। ऐसा अनुमान है कि अधिक तापमान में यह वायरस कमज़ोर हो जाते हैं।
एक स्टडी के अनुसार, कोरोना वायरस 5 दिनों तक 22 से 25 डिग्री तापमान पर 40-50 फीसदी नमी के साथ मेज़, दरवाज़ों के हैंडल, फ़ोन और कीबोर्ड जैसी समतल सतह पर रह सकता है।
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च का कहना है कि 38 डिग्री सेल्सियस और 95 फीसदी नमी होने पर कोरोना वायरस की क्षमता ख़त्म होने लगती है। इस वायरस का खतरा घर के अंदर बंद तापमान में अधिक रहता है।
कोरोना वायरस कम तापमान वाली जगहों पर अधिक फैल रहा है जबकि अधिक तापमान वाली जगहों पर तुलनात्मक रूप से मरीज़ों संख्या अधिक है।