उत्तर भारत के कई हिस्सों में घना कोहरा छा गया है, जिसके कारण काफी ट्रेनें समय पर नहीं चल पायी। लगभग 12 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं जबकि 15 निर्धारित समय से peeche चल रही हैं। रेलवे ने देरी और रद्दीकरण के बारे में यात्रियों को सतर्क करने के लिए कई लाख से अधिक एसएमएस भेजे हैं।
लगभग 102 प्रीमियम ट्रेनों के लिए पिछले महीने संदेश सेवा शुरू की गई थी। रेलवे ने राजधानी, शताब्दी, तेजस और गतिमान गाड़ियों में आने वाले यात्रियों को बदलावों के बारे में सूचित करने के लिए लगभग 33,08,632 एसएमएस भेजे थे। इस सेवा की सफलता के बाद, इसे अन्य ट्रेनों में बढ़ा दिया गया है।
इस बीच, सर्दियों के दौरान ट्रेन ड्राइवरों की दृश्यता बढ़ाने के लिए, भारतीय रेलवे जीपीएस-सक्षम कोहरे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करने की योजना बना रहा है। ये डिवाइस इस सीजन के दौरान ट्रेनों की सुरक्षा और समय पर चलने वाले संकेतों के आने के बारे में लोको पायलट को सचेत करेंगे। इसके अलावा रेलवे द्वारा उन क्षेत्रों का भी अध्ययन किया जा रहा है जहां धुंध में विजिबिल्टी शून्य रहती है। ऐसे क्षेत्रो में से गुजरने वाली ट्रेनो में लोको पायलट को सिग्नल की जानकारी देने के लिए डिटोनेटर का प्रयोग किया जाएगा। और पढ़ने के लिए क्लिक करे