अर्ध कुम्भ समाप्ति की ओर अग्रसर है और महा शिवरात्रि के दिन अंततः मेले का समापन हो जाएगा। कुम्भ का यह पर्व पूरे उल्लास और उत्साह के साथ देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं की संगम स्थलि बनकर उभरा।
अर्ध कुम्भ के इस पावन पर्व के बाद भी संगम से कोई भी खाली पेट ना लौटे, इसके लिए काली माँ के एक उपासक ने ‘भईया जी का दाल-भात’ नाम से अन्न सेवा शुरू की है।
यह अन्न सेवा, वर्ष के पूरे 12 महीने चलेगी। माँ काली शक्ति साधना की ओर से संचालित इस संस्था ने इस अभियान को पूरे एक वर्ष तक चलाने का संकल्प लिया है।
ट्रेन बुक करेंसंस्था के अनुसार, ” कुम्भ के बाद भी संगम तट पर पहुँचने वाला कोई भी शख्स भूखा नहीं जाना चाहिए, यही हमारा उद्देश्य है। संगम तट पर पूरे वर्ष भर अन्न क्षेत्र चलना चाहिए, इसकी आवश्यकता हमें कुम्भ मेले की तैयारी शुरू होने के साथ ही महसूस हुई। जिसके परिणामस्वरूप हम लोगों ने यह अभियान शुरू किया है। “