ट्रेनों की समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेलवे इसरो के साथ मिलकर ट्रेनों की रियल टाइम ट्रैकिंग शुरू करेगा। इस परियोजना में जीपीएस, इसरो सैटेलाइट्स, सीसीटीवी और वाई-फ़ाई जैसे तकनीकों का इस्तेमाल होगा। यह परियोजना, मार्च 2020 तक पूरा होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक, भारतीय रेलवे के सभी इंजन जीपीएस युक्त हो जाएँगे। यह रियल-टाइम ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम (RTIS) के अंतर्गत शामिल है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा कि इसरो सैटेलाइट्स के माध्यम से ट्रेन की स्थिति और गति को भारतीय रेलवे के नियंत्रण कार्यालय आवेदन (सीओए) प्रणाली से जोड़ा जाएगा।
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उन्होंने आगे कहा, “आरटीआईएस हमें हर 30 सेकंड में ट्रेनों की आवाजाही को ट्रैक करने और रिकॉर्ड करने में मदद करेगा। यह ट्रेन की समयबद्धता में सुधार लाने और आम जनता तक ट्रेन संबंधी सूचना प्रसारित करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इस परियोजना से ट्रेन चार्ट तैयार करने में भी मदद मिलेगी।”
इसके अलावा, ट्रेन के रसोई घरों में सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में सितंबर 2020 तक वाई-फ़ाई की सुविधा होगी।