भारतीय रेलवे, आख़िरकार प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को झटका रहित यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है। कोच को जोड़ने के लिए उपयोग किए जाने वाले सेंटर बफ़र कप्लर्स (CBC) के नए वर्ज़न आने के साथ ही यह संभव हो गया है।
आईई की एक रिपोर्ट के अनुसार, “भारतीय रेलवे, राजधानी एक्सप्रेस के 42 रेक सहित 5,000 से अधिक कोचों में अपने सभी एलएचबी (लिंके-हॉफमैन-बस) स्टॉक को वापस लाने में कामयाब रहा है।”
कपल का अस्थिर होना ही राजधानी, शताब्दी, आदि सभी प्रीमियम ट्रेनों में जर्क का मूल कारण था। इसके अलावा, सुरक्षा संबंधित मुद्दा भी महत्वपूर्ण था।
रेलवे बोर्ड, रोलिंग स्टॉक के सदस्य, राजेश अग्रवाल ने कहा, “30 किमी. प्रति घंटे से अधिक की गति पर पुनर्योजी/गतिशील ब्रेकिंग का उपयोग करने हेतु, ड्रॉफ्ट/बफरिंग बलों को पूरी तरह से चिकना करने के लिए ड्राइवरों से बातचीत जारी है। वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के लिए अर्ध-स्वचालित कपलिंग की योजना भी बनाई जाएगी।”